उत्तराखंड में चल रही चारधाम यात्रा के बीच रविवार सुबह एक बड़ा हादसा हो गया। Kedarnath Helicopter Crash की यह घटना रुद्रप्रयाग जिले के गौरीकुंड क्षेत्र में हुई, जहां श्रद्धालुओं को ले जा रहा एक हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। हादसे में सात लोगों की जान चली गई है। मृतकों में एक पूरा परिवार और दो स्थानीय लोग शामिल हैं। हादसे की पुष्टि राज्य प्रशासन और पुलिस अधिकारियों ने की है।
कब हुआ हादसा ?
घटना सुबह करीब 5:20 बजे हुई जब आर्यन एविएशन कंपनी का हेलीकॉप्टर केदारनाथ धाम से फाटा होते हुए गुप्तकाशी की ओर जा रहा था। लेकिन गौरी माई खर्क नामक स्थान के जंगलों के ऊपर यह हेलीकॉप्टर खराब मौसम के कारण क्रैश हो गया। हादसे में हेलीकॉप्टर पूरी तरह जल गया और उसमें सवार सभी सात लोग मौके पर ही मारे गए।
हेलीकॉप्टर में कौन-कौन था सवार ?
सरकारी रिपोर्ट्स के मुताबिक हादसे में जिन सात लोगों की मौत हुई, उनमें तीन महाराष्ट्र के श्रद्धालु शामिल हैं — राजकुमार जयसवाल, उनकी पत्नी श्रद्धा जयसवाल और उनका बच्चा काशी जयसवाल। इसके अलावा, तुष्टि सिंह, विनोद नेगी, बीकेटीसी कर्मचारी विक्रम सिंह रावत, और कैप्टन राजीव भी इस दुर्घटना में जान गंवा चुके हैं।
हादसे की जानकारी कैसे मिली ?
स्थानीय प्रशासन को हादसे की जानकारी नेपाली मूल की महिलाओं से मिली जो उस समय पास ही घास काट रही थीं। उन्होंने देखा कि हेलीकॉप्टर हवा में अनियंत्रित होकर नीचे गिरा और फिर उन्होंने तुरंत पुलिस और आपदा प्रबंधन अधिकारियों को सूचित किया।
NDRF और SDRF की टीम मौके पर पहुंची
घटना की सूचना मिलते ही NDRF (National Disaster Response Force) और SDRF (State Disaster Response Force) की टीमों को तुरंत रवाना किया गया। बचावकर्मी घटनास्थल पर पहुंचे और सभी शवों को मलबे से बाहर निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। बताया जा रहा है कि शव बुरी तरह जले हुए थे जिससे पहचान में भी समय लगा।
पहले भी हो चुकी है इमरजेंसी लैंडिंग
गौरतलब है कि यह पहला मौका नहीं है जब केदारनाथ रूट पर हेलीकॉप्टर को लेकर संकट आया हो। 7 जून को भी एक हेलीकॉप्टर को बडासू से टेकऑफ के बाद तकनीकी खराबी के चलते रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड हाईवे पर आपात लैंडिंग करानी पड़ी थी। उस समय पायलट की सूझबूझ से सभी यात्रियों की जान बचा ली गई थी।
मुख्यमंत्री ने जताया शोक
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस हादसे पर गहरा दुख जताया है। उन्होंने एक्स (Twitter) पर पोस्ट करते हुए कहा:
जनपद रुद्रप्रयाग में हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने का अत्यंत दुःखद समाचार प्राप्त हुआ है। एसडीआरएफ, स्थानीय प्रशासन एवं अन्य रेस्क्यू दल राहत एवं बचाव कार्यों में जुटे हैं।
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) June 15, 2025
बाबा केदार से सभी यात्रियों के सकुशल होने की कामना करता हूँ।
हादसे की जांच शुरू
राज्य सरकार ने इस मामले की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दे दिए हैं। DGCA (Directorate General of Civil Aviation) और अन्य तकनीकी एजेंसियों की टीमें दुर्घटनास्थल का मुआयना करेंगी और ब्लैक बॉक्स से जानकारी निकालकर यह पता लगाने की कोशिश की जाएगी कि क्रैश की असल वजह क्या थी।
यात्रा पर असर
इस हादसे के बाद चारधाम यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं में चिंता बढ़ गई है। प्रशासन ने सभी हेलीकॉप्टर ऑपरेटरों को अलर्ट मोड में रहने और मौसम संबंधी नियमों का पूरी तरह पालन करने का निर्देश दिया है।
Kedarnath Helicopter Crash ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि धार्मिक यात्राओं में सुरक्षा व्यवस्था कितनी अहम है। समय रहते निर्णय लेना, मौसम की जानकारी रखना और उड़ान सुरक्षा प्रोटोकॉल को सख्ती से लागू करना बेहद जरूरी है ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके।
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