
फेन्टानिल: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन से आयात होने वाली वस्तुओं पर टैरिफ़ लगाते हुए दावा किया कि चीन नशीले पदार्थ फ़ेन्टानिल के उत्पादन में प्रयुक्त होने वाले केमिकल्स के निर्यात को रोकने में असफल रहा है। अमेरिका लंबे समय से यह आरोप लगाता रहा है कि चीनी कंपनियां जानबूझकर नशीली दवाओं के व्यापार में शामिल समूहों को आवश्यक रसायनों की आपूर्ति कर रही हैं। इस कदम के जवाब में, चीन ने भी अमेरिका पर टैरिफ़ लगा दिए हैं।
अमेरिका का मानना है कि न केवल चीन बल्कि कनाडा और मेक्सिको भी इस नशीले पदार्थ की तस्करी को रोकने में असफल रहे हैं। ट्रंप ने इन दोनों देशों पर भी टैरिफ़ लगाने की योजना बनाई थी, हालांकि सीमा सुरक्षा को लेकर हुई बातचीत के बाद इसे फिलहाल स्थगित कर दिया गया।
फेन्टानिल: एक घातक नशीली दवा
फ़ेन्टानिल एक सिंथेटिक नशीला पदार्थ है जिसे विभिन्न रसायनों के संयोजन से तैयार किया जाता है। 1960 के दशक में अमेरिकी नियामकों ने इसे दर्द निवारक दवा के रूप में स्वीकृति दी थी। हालांकि, समय के साथ यह नशे के ओवरडोज़ से होने वाली मौतों का प्रमुख कारण बन गया। अमेरिकी ‘सेंटर फ़ॉर डिज़ीज़ कंट्रोल’ (CDC) के आंकड़ों के अनुसार, 2023 में 74,000 से अधिक लोगों की मौत फ़ेन्टानिल मिश्रित अन्य नशीली दवाओं के कारण हुई।
फ़ेन्टानिल को अक्सर अन्य नशीली दवाओं के साथ मिलाया जाता है, जिससे उपभोक्ताओं को यह पता नहीं चलता कि वे कितनी घातक मात्रा में नशा कर रहे हैं। इसकी मात्र दो मिलीग्राम की डोज़, जो पेंसिल की नोक के बराबर होती है, इंसान के लिए घातक सिद्ध हो सकती है।
कैसे होती है फ़ेन्टानिल की तस्करी?
पिछले एक दशक में फ़ेन्टानिल की वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में भारी वृद्धि हुई है, जिससे क़ानूनी एजेंसियों और नीति निर्माताओं के लिए इस पर नियंत्रण करना मुश्किल हो गया है। अमेरिका के कस्टम्स एंड बॉर्डर प्रोटेक्शन (CBP) के अनुसार, सितंबर 2024 तक अमेरिका में 4,500 पाउंड (2,040 किलोग्राम) फ़ेन्टानिल ज़ब्त किया गया। इसमें से 98% मेक्सिको से सटी दक्षिण-पश्चिमी सीमा के पास पकड़ा गया, जबकि कनाडा से सटी उत्तरी सीमा पर केवल 0.2% ज़ब्त किया गया।
अमेरिकी ड्रग एन्फोर्समेंट एजेंसी (DEA) के अनुसार, सिनालोआ कार्टेल और अन्य मैक्सिकन आपराधिक संगठन फ़ेन्टानिल, मेथेमफेटामाइन और अन्य नशीली दवाओं के उत्पादन और तस्करी में संलिप्त हैं। ये गिरोह चीन से तस्करों के माध्यम से आवश्यक रसायन खरीदते हैं और मेक्सिको में स्थित गुप्त प्रयोगशालाओं में इनका उपयोग करके फ़ेन्टानिल तैयार करते हैं।
तस्करी के छिपे हुए तरीके
डीईए का कहना है कि तस्करी के लिए कई तरकीबें अपनाई जाती हैं, जैसे:
- वैध कमर्शियल वस्तुओं के भीतर फ़ेन्टानिल को छिपाना।
- गलत नामों का उपयोग करके पार्सल भेजना।
- वैध कंपनियों के नाम का उपयोग करके नकली लेबल लगाना।
- अन्य देशों के रास्ते अमेरिका में सामान पहुंचाना।
मेक्सिको और चीन पर आरोप और प्रतिक्रिया
ट्रंप प्रशासन ने मेक्सिको सरकार पर आरोप लगाया कि वह आपराधिक गिरोहों का समर्थन कर रही है। हालांकि, मेक्सिको की राष्ट्रपति क्लाउडिया शीनबॉम पार्दो ने इन आरोपों को “अपमानजनक” बताते हुए खारिज कर दिया।
2019 में चीन ने फ़ेन्टानिल को नियंत्रित नशीली दवा के रूप में सूचीबद्ध किया और इसके उत्पादन में प्रयुक्त होने वाले कुछ अन्य रसायनों को भी प्रतिबंधित कर दिया। बावजूद इसके, कुछ रसायनों का व्यापार अनियंत्रित रहा, क्योंकि आपराधिक गिरोहों ने कानून से बचने के नए तरीके खोज लिए।
कनाडा में बढ़ती गतिविधि
यूएस कस्टम्स एंड बॉर्डर प्रोटेक्शन के आंकड़ों के अनुसार, अमेरिका में प्रवेश करने वाले फ़ेन्टानिल का केवल 0.2% ही कनाडा से आया, लेकिन हाल ही में कनाडा की वित्तीय खुफिया एजेंसी ने बताया कि वहां संगठित आपराधिक गिरोहों की इस व्यापार में भागीदारी बढ़ रही है। ये गिरोह चीन से फ़ेन्टानिल निर्माण के लिए आवश्यक रसायन और उपकरण खरीद रहे हैं।
2024 के पहले 10 महीनों में, कनाडाई सीमा सेवा ने 10.8 पाउंड (4.9 किलोग्राम) फ़ेन्टानिल ज़ब्त किया, जिसे अमेरिका से कनाडा ले जाया जा रहा था। वहीं, अमेरिकी बॉर्डर एजेंसियों ने 32.1 पाउंड (14.6 किलोग्राम) फ़ेन्टानिल ज़ब्त किया, जिसे कनाडा से अमेरिका लाया जा रहा था।
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