केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने सड़क सुरक्षा के लिए शंकर महादेवन द्वारा तैयार गीत की घोषणा की, जो जल्द ही 22 भाषाओं में रिलीज होगा। जानें इससे जुड़ी खास बातें और जागरूकता अभियान की जानकारी।
शंकर महादेवन का ‘सेफ्टी एंथम’: हर भारतीय को जागरूक करने की अनोखी पहल
देश में लगातार बढ़ रहे सड़क हादसों को देखते हुए अब संगीत के जरिए लोगों को जागरूक करने की एक नई कोशिश की गई है। मशहूर गायक और संगीतकार शंकर महादेवन ने एक विशेष सड़क सुरक्षा गीत तैयार किया है, जिसे केंद्र सरकार देशभर में प्रचारित करने जा रही है। इस गीत को 22 भारतीय भाषाओं में रिलीज किया जाएगा, ताकि भारत के कोने-कोने में लोगों तक सड़क सुरक्षा का संदेश पहुंचाया जा सके।
इस महत्त्वपूर्ण पहल की घोषणा केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में की। ‘यात्रा कवच रोड सेफ्टी’ नामक इस कार्यक्रम में उन्होंने बताया कि यह गीत देश के नागरिकों में ट्रैफिक नियमों के प्रति जागरूकता बढ़ाने का प्रभावी जरिया बनेगा।
सोशल मीडिया के ज़रिए जन-जन तक पहुंचेगा संदेश
नितिन गडकरी ने कहा कि इस गीत को हर वर्ग और हर उम्र के लोगों तक पहुंचाने के लिए सोशल मीडिया का भरपूर उपयोग किया जाएगा। उन्होंने फेसबुक, इंस्टाग्राम, यूट्यूब जैसे प्लेटफॉर्म्स के माध्यम से इस गाने को वायरल करने का आह्वान किया।
गडकरी ने वाहन चालकों और यात्रियों दोनों से अपील की कि वे सड़क सुरक्षा के सभी नियमों का पालन करें। उन्होंने विशेष रूप से सीट बेल्ट पहनने पर ज़ोर दिया और कहा कि यह केवल ड्राइवर के लिए ही नहीं, बल्कि आगे-पीछे बैठने वाले सभी यात्रियों के लिए अनिवार्य होना चाहिए।
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सड़क सुरक्षा में इन्फ्रास्ट्रक्चर की अहम भूमिका
कार्यक्रम के दौरान उत्कर्ष इंडिया लिमिटेड के चेयरमैन और एमडी सुनील बंसल ने भी सड़क सुरक्षा के तकनीकी पहलुओं पर अपनी राय रखी। उन्होंने बताया कि स्मार्ट और इंटेलिजेंट इन्फ्रास्ट्रक्चर न केवल हादसों को कम करता है बल्कि लोगों को सुरक्षित और सुगम यात्रा का अनुभव भी देता है।
उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि ऑटोमेटेड ट्रैफिक सिग्नल, सीसीटीवी कैमरा निगरानी, और बेहतर सड़क डिज़ाइन जैसे उपायों से दुर्घटनाओं में उल्लेखनीय कमी लाई जा सकती है। साथ ही उन्होंने सड़क निर्माण में गुणवत्तापूर्ण तकनीक अपनाने पर भी जोर दिया।
हर साल लाखों जाने ले रहे हैं सड़क हादसे
गडकरी ने यह भी बताया कि देश में सड़क हादसों की स्थिति बेहद चिंताजनक है। हर साल भारत में लगभग 4.8 लाख सड़क दुर्घटनाएं होती हैं, जिनमें से करीब 1.88 लाख लोगों की मौत हो जाती है। सबसे अधिक मृतक 18 से 45 वर्ष की उम्र के होते हैं, जो देश की वर्किंग पॉपुलेशन का अहम हिस्सा हैं।

इन हादसों के कारण न केवल लाखों परिवार उजड़ जाते हैं, बल्कि देश की आर्थिक क्षति भी होती है। गडकरी के अनुसार, सड़क हादसों के कारण भारत की जीडीपी को हर साल लगभग 3% का नुकसान होता है, जो किसी भी उभरती हुई अर्थव्यवस्था के लिए बेहद घातक है।
जागरूकता की कमी और कानून के प्रति उदासीनता
मंत्री ने दुख व्यक्त करते हुए कहा कि सरकार द्वारा की गई तमाम कोशिशों के बावजूद सड़क हादसों की संख्या में वांछित गिरावट नहीं आ रही है। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि भारत में अधिकांश लोग ट्रैफिक कानूनों के पालन को गंभीरता से नहीं लेते। न लोगों में कानून का डर है और न ही उसके प्रति कोई सम्मान।
गडकरी ने कहा कि सड़क सुरक्षा केवल सरकार की जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि यह हर नागरिक का कर्तव्य है। जब तक लोग खुद नियमों का पालन नहीं करेंगे, तब तक किसी भी अभियान का पूरा असर नहीं होगा।
गीत के माध्यम से नियमों को दिल से अपनाने की कोशिश
शंकर महादेवन द्वारा तैयार यह गीत केवल मनोरंजन नहीं है, बल्कि यह एक सशक्त सामाजिक संदेश लेकर आता है। गाने के बोलों के माध्यम से यह बताया गया है कि ट्रैफिक नियमों को मानना केवल कानून का पालन नहीं, बल्कि स्वयं की और दूसरों की सुरक्षा है।
सरकार का मानना है कि जब कोई सामाजिक संदेश संगीत के माध्यम से दिया जाता है, तो वह लोगों के दिलों और दिमागों पर गहरी छाप छोड़ता है। यही कारण है कि इसे 22 भाषाओं में तैयार किया जा रहा है, जिससे भारत के हर राज्य और समुदाय तक इसका प्रभाव पहुंचे।
स्कूलों, कॉलेजों और संस्थानों में भी होगा प्रसारण
गडकरी ने यह भी घोषणा की कि इस गीत को देशभर के स्कूलों, कॉलेजों, और ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट्स में भी प्रसारित किया जाएगा। इससे बच्चों और युवाओं में बचपन से ही सड़क सुरक्षा के प्रति समझ और संवेदनशीलता विकसित होगी।
इस गीत को एडवर्टाइजिंग और पब्लिक सर्विस अनाउंसमेंट्स के रूप में भी उपयोग किया जाएगा ताकि इसे टीवी, रेडियो और सिनेमाघरों में दिखाया जा सके। साथ ही, निजी कंपनियों और कॉरपोरेट हाउसों को भी यह अपील की जाएगी कि वे इस गाने को अपने CSR अभियानों में शामिल करें।
संगीत के सुरों में बंधी सुरक्षा की डोर
शंकर महादेवन द्वारा तैयार किया गया यह सड़क सुरक्षा गीत एक अनोखी पहल है, जो न केवल एक रचनात्मक प्रयास है, बल्कि जनजागरण का प्रभावी माध्यम भी बन सकता है। नितिन गडकरी की अगुवाई में शुरू किया गया यह प्रयास यदि सही दिशा में आगे बढ़ता है, तो यह भारत को सड़क दुर्घटनाओं के आंकड़ों में सुधार की दिशा में एक बड़ा कदम दिला सकता है।
जब कानून, तकनीक और जनसहभागिता एक साथ आएंगे, तब जाकर रोड सेफ्टी का सपना साकार हो पाएगा। ऐसे में यह गीत न सिर्फ एक गूंज बनेगा, बल्कि हर नागरिक के दिल की आवाज बनकर देश को एक सुरक्षित सड़क भविष्य की ओर ले जाएगा।
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