दिल्ली की राजनीति में बड़ा बदलाव आया है। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने शालीमार बाग से विधायक रेखा गुप्ता को दिल्ली की नई मुख्यमंत्री नियुक्त किया है। इस ऐतिहासिक फैसले के बाद आम आदमी पार्टी (आप) के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और आतिशी ने अपनी प्रतिक्रिया दी। दोनों नेताओं ने रेखा गुप्ता को बधाई देते हुए उम्मीद जताई कि बीजेपी अपनी चुनावी वादों को पूरा करेगी।

आतिशी और अरविंद केजरीवाल ने दी शुभकामनाएँ
पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी की वरिष्ठ नेता आतिशी ने कहा, “रेखा गुप्ता दिल्ली की चौथी महिला मुख्यमंत्री बन रही हैं। यह बहुत अच्छी बात है कि राजनीति में महिलाओं को अवसर मिल रहे हैं और वे बढ़-चढ़कर अपनी भागीदारी दर्ज करा रही हैं।”
आतिशी ने आगे कहा कि उन्हें उम्मीद है कि बीजेपी, जो अब दिल्ली की सत्ता में आई है, अपने चुनावी घोषणापत्र में किए गए वादों को पूरा करेगी और दिल्ली के विकास के लिए कार्य करेगी।
वहीं, आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी रेखा गुप्ता को बधाई दी और कहा कि बीजेपी को जनता से किए गए वादों पर खरा उतरना चाहिए।
#WATCH | Delhi's caretaker CM & AAP leader Atishi says, "I congratulate Rekha Gupta for becoming the CM…I hope that the BJP will fulfil all the promises that they have made to the people of Delhi…I would like to say from the AAP front that our party is always ready to extend… pic.twitter.com/Ay7mwmuiB7
— ANI (@ANI) February 19, 2025
आप पार्टी का रुख – विकास के लिए समर्थन देने को तैयार
आतिशी ने अपने बयान में यह भी स्पष्ट किया कि आम आदमी पार्टी दिल्ली के विकास कार्यों में बाधा नहीं डालेगी। उन्होंने कहा, “मैं आप पार्टी की ओर से यह कहना चाहूँगी कि यदि बीजेपी दिल्ली के विकास के लिए सही कदम उठाती है, तो हम हर संभव सहयोग देने के लिए तैयार हैं।”
यह बयान यह दर्शाता है कि आप पार्टी, जो पिछले 10 वर्षों से दिल्ली में शासन कर रही थी, अब विपक्ष की भूमिका में रहते हुए दिल्ली के हितों को प्राथमिकता देने की रणनीति अपना सकती है।
कौन हैं रेखा गुप्ता?
रेखा गुप्ता दिल्ली की राजनीति का जाना-पहचाना नाम हैं, हालांकि वे पहली बार विधायक बनी हैं। इससे पहले वे तीन बार पार्षद रह चुकी हैं और दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (DUSU) की अध्यक्ष भी रही हैं।
रेखा गुप्ता ने अपनी राजनीतिक यात्रा की शुरुआत 1992 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के सदस्य के रूप में की थी। 1996-97 में उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (DUSU) की अध्यक्ष का पद संभाला और छात्र हितों के मुद्दों को जोर-शोर से उठाया।
2007 में वे उत्तरी पीतमपुरा से पार्षद चुनी गईं। इस दौरान उन्होंने अपने वार्ड में लाइब्रेरी, पार्क और स्विमिंग पूल जैसी सार्वजनिक सुविधाओं को बेहतर बनाने का काम किया। इसके बाद 2012 में फिर से पार्षद चुनी गईं और बाद में दक्षिणी दिल्ली नगर निगम (SDMC) की मेयर बनीं। इस दौरान उन्होंने प्रशासनिक स्तर पर भी काफी अनुभव हासिल किया।
बीजेपी ने रेखा गुप्ता को क्यों चुना?
बीजेपी ने दिल्ली की सत्ता में वापसी के लिए एक सशक्त और अनुभवी महिला चेहरे की तलाश की थी। पार्टी ने अनुभवी नेताओं की जगह एक नए चेहरे को मौका देकर महिलाओं और युवा मतदाताओं को साधने की रणनीति अपनाई है। रेखा गुप्ता ने “काम ही पहचान” (मेरे काम मेरी पहचान है) को अपना चुनावी नारा बनाया था, जिससे वे दिल्ली में बीजेपी की नीतियों का चेहरा बन सकें।
बीजेपी के वरिष्ठ नेता मानते हैं कि रेखा गुप्ता न केवल संगठन में मजबूत पकड़ रखती हैं, बल्कि वे महिलाओं और युवाओं के बीच भी अच्छी पैठ बना सकती हैं। उनके नेतृत्व में पार्टी दिल्ली में अपनी साख और पकड़ मजबूत करना चाहती है।
रेखा गुप्ता की प्राथमिकताएँ क्या होंगी?
दिल्ली की नई मुख्यमंत्री बनने के बाद रेखा गुप्ता के सामने कई चुनौतियाँ होंगी, जिनका समाधान निकालना उनकी प्राथमिकता होगी।
- महिला सुरक्षा पर विशेष ध्यान
दिल्ली में महिलाओं की सुरक्षा हमेशा से एक बड़ा मुद्दा रहा है। मुख्यमंत्री बनने के बाद रेखा गुप्ता महिलाओं की सुरक्षा को लेकर सख्त कदम उठा सकती हैं। महिलाओं के लिए विशेष हेल्पलाइन, अधिक पुलिस गश्त, और सुरक्षित परिवहन सेवाएँ उनकी प्राथमिकताओं में शामिल हो सकती हैं। - स्वच्छ और हरा-भरा दिल्ली अभियान
दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को नियंत्रित करना भी एक बड़ी चुनौती होगी। आम आदमी पार्टी की सरकार के दौरान पर्यावरण को लेकर कई योजनाएँ चलाई गई थीं, जिनमें ‘रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ’ और ‘पराली प्रबंधन’ जैसी योजनाएँ शामिल थीं। अब देखना होगा कि रेखा गुप्ता इस दिशा में क्या कदम उठाती हैं। - युवाओं और छात्रों के लिए नए अवसर
खुद छात्र राजनीति से आई रेखा गुप्ता दिल्ली के युवाओं के लिए रोजगार और शिक्षा के क्षेत्र में नई पहल शुरू कर सकती हैं। दिल्ली के सरकारी स्कूलों और कॉलेजों में शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने पर वे विशेष ध्यान देंगी। - अवैध कॉलोनियों और झुग्गी-झोपड़ी क्षेत्रों का विकास
दिल्ली में बड़ी संख्या में अवैध कॉलोनियाँ हैं, जिनमें बुनियादी सुविधाओं की कमी है। बीजेपी पहले ही झुग्गी-झोपड़ी पुनर्वास योजना को लेकर अभियान चला रही थी, अब रेखा गुप्ता इस पर तेजी से काम कर सकती हैं। - स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार
आम आदमी पार्टी की सरकार ने मोहल्ला क्लीनिक जैसी योजनाओं को लागू किया था। बीजेपी सरकार इन्हें और बेहतर बनाकर दिल्ली के लोगों को स्वास्थ्य सेवाओं में राहत देने की दिशा में काम कर सकती है।
रेखा गुप्ता के सामने नई जिम्मेदारियाँ
रेखा गुप्ता को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद कई महत्वपूर्ण मुद्दों को प्राथमिकता देनी होगी। उनका पहला काम अपनी कैबिनेट का गठन करना होगा, जिसमें अनुभवी और कुशल नेताओं को शामिल करना अहम रहेगा।
इसके अलावा, आम आदमी पार्टी के 10 साल के शासन के बाद जनता की उम्मीदें बीजेपी सरकार से काफी बढ़ गई हैं। ऐसे में दिल्ली की सड़कों, परिवहन, स्वास्थ्य और शिक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने की दिशा में तेज़ी से कदम उठाने की जरूरत होगी।
क्या आप और बीजेपी के बीच सहयोग संभव है?
आतिशी के बयान से संकेत मिलता है कि आम आदमी पार्टी पूरी तरह से बीजेपी के खिलाफ आक्रामक रवैया अपनाने के बजाय, कुछ मुद्दों पर सरकार को समर्थन देने की नीति अपना सकती है। लेकिन यह सहयोग कब तक जारी रहेगा, यह बीजेपी के फैसलों पर निर्भर करेगा।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि दिल्ली में आप और बीजेपी की विचारधाराएँ भले ही अलग हों, लेकिन जनता के हित में यदि दोनों दल कुछ मुद्दों पर सहमति बना सकें, तो दिल्ली के विकास में यह एक सकारात्मक कदम हो सकता है।
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