Iran Nuclear Sites पर अमेरिकी हमला: 37 घंटे बिना रुके उड़ान, बंकर-बस्टर बमों से तबाही

India Briefs Team
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राष्ट्रपति डोनाल्ड जे. ट्रंप "सिचुएशन रूम" में, 21 जून 2025 फोटो : https://x.com/WhiteHouse

ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर अमेरिका ने एक बड़ा और अप्रत्याशित हमला किया है। अमेरिकी B-2 Spirit स्टील्थ बॉम्बर्स ने मिसौरी (USA) से उड़ान भरकर बिना रुके 37 घंटे का सफर तय किया और ईरान के तीन प्रमुख परमाणु ठिकानों – Fordow, Natanz और Esfahan – को निशाना बनाया। इस हमले में अत्याधुनिक बंकर-बस्टर बमों और टॉमहॉक मिसाइलों का प्रयोग किया गया।

Fordow Facility पूरी तरह तबाह: ट्रंप का बयान

राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस मिशन को “बहुत बड़ी सफलता” बताया। उन्होंने कहा,

“Fordow अब अस्तित्व में नहीं है। यह एक असाधारण सफलता थी। अगर ईरान ने शांति नहीं की, तो अगली बार और बड़ा हमला किया जाएगा।”

Fordow ईरान की सबसे सुरक्षित और गुप्त परमाणु साइट मानी जाती थी। यह ठिकाना जमीन के नीचे था और इसे बंकरों के अंदर छुपाकर तैयार किया गया था।

37 घंटे की नॉन-स्टॉप उड़ान, मिड-एयर रीफ्यूलिंग से संभव हुआ मिशन

इस हमले के लिए अमेरिकी बॉम्बर्स ने हवा में कई बार ईंधन भरवाया। इन विमानों को गुआम (Guam) में पहले से तैनात किया गया था, जहां से उन्हें लॉन्च किया गया। इन विमानों में GBU-57 जैसी घातक बम क्षमता है, जो ज़मीन के नीचे छिपे ठिकानों को भी नष्ट कर सकती है।

हमले में इस्तेमाल हुए ये घातक हथियार:

  • 6 बंकर-बस्टर बम (GBU-57) — विशेष रूप से Fordow साइट पर।
  • 30 से अधिक टॉमहॉक क्रूज़ मिसाइलें — Natanz और Esfahan पर दागी गईं।

तीन मुख्य परमाणु ठिकाने जो निशाना बने:

स्थलमहत्वहमला कैसे हुआ
Fordowभूमिगत, सबसे सुरक्षित6 GBU-57 बम गिराए गए
Natanzयूरेनियम संवर्धन केंद्रटॉमहॉक मिसाइलें
Esfahanवैज्ञानिक और तकनीकी हबमिसाइल हमले

ईरान की प्रतिक्रिया और हताहतों की संख्या

ईरान की अर्ध-सरकारी तसनीम न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, Fordow में आंशिक क्षति की पुष्टि की गई है। इस हमले में अब तक 400 से अधिक लोगों के मारे जाने और 3,500 से अधिक के घायल होने की खबर है।

वहीं दूसरी ओर, इज़राइल पर ईरान की जवाबी मिसाइलों से 14 लोगों की मौत और 1,200 से अधिक लोग घायल हुए हैं।

अमेरिका-इज़राइल समन्वय और राजनयिक संकेत

हमले के बाद ट्रंप ने इज़राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से बात की और दोनों देशों ने इस अभियान को “संपूर्ण समन्वय के साथ किया गया मिशन” बताया। इस पूरे अभियान को ईरान के परमाणु बम निर्माण की आशंका को ध्यान में रखते हुए अंजाम दिया गया है।

राष्ट्र के नाम ट्रंप का संबोधन

ट्रंप ने Truth Social पर पोस्ट करते हुए कहा:

“हमारे सभी विमान सुरक्षित लौट आए हैं। अमेरिकी जांबाजों को सलाम।”

इसके साथ ही वह दिन में एक विशेष Oval Office Address में राष्ट्र को संबोधित करने वाले हैं।


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मुख्य बिंदु :

  • अमेरिकी B-2 बॉम्बर्स ने 37 घंटे लगातार उड़ान भरकर हमला किया।
  • Fordow, Natanz और Esfahan को टारगेट किया गया।
  • हमला इज़राइल और अमेरिका के साझा प्रयास का नतीजा है।
  • ईरान में सैकड़ों की मौत, हजारों घायल।
  • ट्रंप का सीधा संदेश: “अब या तो शांति करो या फिर तैयार रहो।”

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