Donald Trump Zelensky Clash: डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के बीच ओवल ऑफिस में तीखी बहस हुई. ट्रंप ने जेलेंस्की पर तीसरा विश्व युद्ध भड़काने का आरोप लगाया. 10 मिनट तक झगड़ा चला. इतना ही नहीं, ट्रंप ने बिना खाना खिलाए जेलेंस्की को वाइट हाउस से निकाल दिया.

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के बीच तीखी नोकझोंक
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के बीच हाई-वोल्टेज ड्रामा देखने को मिला। शुक्रवार को ओवल ऑफिस में हुई बैठक के दौरान दोनों नेताओं के बीच गर्मागर्म बहस हो गई। यह बहस इतनी बढ़ गई कि ट्रंप ने जेलेंस्की को वाइट हाउस से बिना खाना खिलाए बाहर निकालने का फरमान सुना दिया।
45 मिनट की इस बैठक में शुरुआत में सब कुछ सामान्य था, लेकिन आखिरी 10 मिनट में बातचीत ने झगड़े का रूप ले लिया। इसके कारण संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस और मिनरल डील पर होने वाली चर्चा भी रद्द हो गई।
आखिर क्यों भिड़े ट्रंप और जेलेंस्की?
बैठक के दौरान जेलेंस्की ने अमेरिका से रूस के खिलाफ मजबूत सुरक्षा गारंटी की मांग की। उन्होंने जोर देकर कहा कि रूस कूटनीति के प्रति गंभीर नहीं है और उसके पिछले वादे भरोसेमंद नहीं रहे हैं। उन्होंने ट्रंप से यह भी पूछा कि वह पुतिन के साथ अपनी नज़दीकियां क्यों बढ़ा रहे हैं और रूस के वादों पर इतना भरोसा क्यों कर रहे हैं।
यहीं से बातचीत का रुख बदला और ट्रंप भड़क उठे। अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने जेलेंस्की को टोकते हुए कहा, “राष्ट्रपति महोदय, ओवल ऑफिस में आकर अमेरिकी मीडिया के सामने इस मुद्दे पर मुकदमा करना अनुचित है।” जब जेलेंस्की ने इसका विरोध किया, तो ट्रंप ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा, “आप लाखों लोगों की ज़िंदगियों से खेल रहे हैं।”
ट्रंप का गुस्सा, जेलेंस्की पर हमला
ट्रंप ने जेलेंस्की पर तीखे आरोप लगाए और कहा, “आप तीसरे विश्व युद्ध को न्योता दे रहे हैं। अमेरिका ने आपको जितना समर्थन दिया है, उसके बावजूद आप हमारी मदद को हल्के में ले रहे हैं।”
ट्रंप ने जेलेंस्की की ओर उंगली उठाते हुए कहा, “आप अच्छी स्थिति में नहीं हैं।” उन्होंने जेलेंस्की पर अमेरिका का अनादर करने का आरोप लगाया।
“इस तरह से काम करना बेहद मुश्किल है,” ट्रंप ने गुस्से में कहा।
जब जेलेंस्की ने फिर से अपने तर्क रखने की कोशिश की, तो उपराष्ट्रपति वेंस ने बीच में टोकते हुए कहा, “बस शुक्रिया कहिए।”
सुरक्षा गारंटी पर बढ़ा विवाद
यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की चाहते थे कि रूस के साथ किसी भी तरह के सीजफायर से पहले अमेरिका उनके देश को सुरक्षा की ठोस गारंटी दे। ट्रंप को यह बात पसंद नहीं आई।
“हम बहुत ज़्यादा हथियार भेजने के बारे में नहीं सोच रहे हैं। हम युद्ध समाप्त होने का इंतजार कर रहे हैं,” ट्रंप ने सख्त लहजे में कहा।
बैठक के बाद जेलेंस्की ने मीडिया से कहा, “जब तक रूस की तरफ से दोबारा हमला न करने की गारंटी नहीं मिल जाती, हम शांति वार्ता में शामिल नहीं होंगे।” उन्होंने ट्रंप के साथ हुई बहस को दोनों देशों के हित में न बताते हुए कहा कि “यूक्रेन रातोंरात रूस के प्रति अपना नजरिया नहीं बदल सकता।”
क्या यह अमेरिका-यूक्रेन संबंधों में दरार का संकेत है?
ट्रंप और जेलेंस्की की इस भिड़ंत ने अमेरिका और यूक्रेन के संबंधों को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। क्या अमेरिका अब यूक्रेन को उतना समर्थन नहीं देगा जितना पहले दिया था? क्या ट्रंप की रूस के प्रति नरम नीति यूक्रेन के लिए मुश्किलें खड़ी करेगी? इन सवालों के जवाब आने वाले दिनों में मिल सकते हैं।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर क्या असर?
इस घटना के बाद अंतरराष्ट्रीय राजनीति में हलचल तेज हो गई है। यूरोपियन यूनियन और नेटो के अन्य सदस्य देश इस घटनाक्रम पर पैनी नजर बनाए हुए हैं। फ्रांस और जर्मनी के अधिकारी इस पर अपनी प्रतिक्रिया देने की तैयारी कर रहे हैं।
क्या ट्रंप की यह आक्रामक नीति अमेरिका-यूक्रेन संबंधों में दूरियां बढ़ाएगी या आने वाले दिनों में कोई नया समीकरण बनेगा? यह देखना दिलचस्प होगा।
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