शनिवार को भूलकर भी न करें ये काम: Shaniwar साढ़ेसाती और ढैय्या में खास सतर्कता जरूरी
शनिवार (Shaniwar) का दिन विशेष रूप से न्याय के देवता शनि महाराज (Shani Dev) को समर्पित होता है। विशेषकर जब किसी व्यक्ति की कुंडली में Shaniwar साढ़ेसाती और ढैय्या का प्रभाव चल रहा हो, तो यह समय आर्थिक, मानसिक और पारिवारिक तनाव लेकर आ सकता है।
ऐसे में मान्यता है कि कुछ विशेष उपाय और सावधानियां अपनाकर शनि की कृपा प्राप्त की जा सकती है। आइए जानते हैं शनिवार को किन चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए, कौन से कार्य वर्जित हैं और किन कार्यों से मिल सकती है राहत।
शनिवार को क्या नहीं खाना चाहिए ?
Shaniwar साढ़ेसाती और ढैय्या के दौरान विशेष रूप से निम्न चीजों के सेवन से बचना चाहिए:
मांस, मछली और अंडा
शराब व अन्य नशीली चीजें
लहसुन और प्याज (विशेषकर रात के भोजन में)
अधिक मिर्च-मसाले वाला भोजन
बेसन या चने की मिठाइयां
तामसिक भोजन (Tamasic Food)
इन चीजों का सेवन शनि के प्रभाव को और बढ़ा सकता है, जिससे जीवन में बाधाएं बढ़ सकती हैं।
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शनिवार को क्या खाना चाहिए ?
शनि को शांत और प्रसन्न करने के लिए भोजन में सात्विकता और सरलता रखें:
काले तिल से बना हलवा या खिचड़ी
उड़द की दाल की खिचड़ी
सरसों के तेल में बनी रोटी या पराठा
काले चने का सेवन
बिना लहसुन-प्याज वाला भोजन
चावल व उड़द की दाल से बनी खिचड़ी गरीबों को दान करें
भोजन में थोड़ा काला नमक मिलाना शुभ माना गया है
शनिवार को क्या खरीदना नहीं चाहिए ?
चमड़े से बनी वस्तुएं (फैशन के लिए)
वाहन, महंगे इलेक्ट्रॉनिक सामान
तेल से चलने वाले भारी उपकरण
सोना, चांदी जैसे महंगे आभूषण
सिर्फ दिखावे के लिए काले कपड़े
शनिवार को क्या खरीद सकते हैं ?
काले रंग के जूते या चप्पल
सरसों का तेल, काले तिल
उड़द की दाल
शनि यंत्र या नीलम रत्न (कुंडली जांच के बाद)
पूजा सामग्री जैसे तेल व दीपक
शनिवार को क्या करें ?
शनिवार को साढ़ेसाती और ढैय्या में निम्न कार्य अत्यधिक फलदायी माने गए हैं:
स्नान कर सरसों के तेल का दीपक शनि देव को अर्पित करें
“ॐ शं शनैश्चराय नमः” मंत्र का 108 बार जाप करें
दशरथ कृत शनि स्तोत्र का पाठ करें
काले तिल व उड़द दाल का दान करें
गरीब, अंधे, विकलांग को भोजन कराएं
शनि मंदिर या पीपल वृक्ष के नीचे दीपक जलाएं
शनिवार को क्या नहीं करना चाहिए ?
जरूरतमंद, बुजुर्ग या सेवक का अपमान न करें
झूठ बोलने, धोखा देने से बचें
व्यर्थ गुस्सा या आलस्य से दूरी रखें
कटु भाषण, अपशब्दों का प्रयोग न करें
काली गाय या काले कुत्ते को सताना या मारना वर्जित
नाखून व बाल काटने से परहेज करें
विशेष उपाय (साढ़ेसाती व ढैय्या के लिए):
- काले कुत्ते को सरसों के तेल लगी रोटी खिलाएं
- शनि मंदिर में तेल, काले तिल, उड़द दाल का दान करें
- लोहे के बर्तन में गरीबों को भोजन कराना विशेष फलदायी माना गया है
यह लेख पाठकों को साढ़ेसाती और ढैय्या के प्रभाव को शांत करने में मदद करने के उद्देश्य से लिखा गया है। यहां प्रस्तुत जानकारी प्रचलित धार्मिक मान्यताओं और परंपरागत स्रोतों पर आधारित है। India Briefs इसकी प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं करता है।