भारतीय शेयर बाजार में मौजूदा उतार-चढ़ाव के बीच ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म मॉर्गन स्टेनली ने बड़ा दावा किया है। ब्रोकरेज का अनुमान है कि सेंसेक्स दिसंबर 2025 तक 105,000 के स्तर को छू सकता है, जो मौजूदा स्तर से करीब 41% की बढ़त को दर्शाता है। रिपोर्ट के मुताबिक, बाजार में रिस्क-रिवार्ड काफी फेवरेबल हो रहा है और सेंसेक्स का बेस केस टारगेट 93,000 तय किया गया है। वहीं, बियर केस में यह साल के अंत तक 70,000 तक गिर सकता है।
मॉर्गन स्टेनली की रिपोर्ट में क्या कहा गया?
मॉर्गन स्टेनली के इंडिया रिसर्च एंड इंडिया इक्विटी स्ट्रैटेजी हेड रिधम देसाई ने उपासना चाचरा, शीला राठी, नयनत पारेख और बानी गंभीर के साथ मिलकर एक रिपोर्ट तैयार की है। इस रिपोर्ट में कहा गया कि भारतीय इक्विटी बाजार मौजूदा समय में ओवरसोल्ड नजर आ रहा है, जिससे आगे तेजी आने की संभावना बनी हुई है।
किन सेक्टर्स पर रहेगा फोकस?
ब्रोकरेज हाउस ने वित्तीय, कंज्यूमर डिस्क्रिशनेरी, इंडस्ट्रियल और टेक्नोलॉजी सेक्टरों को ओवरवेट रेटिंग दी है। यानी इन सेक्टर्स में निवेश से बेहतर रिटर्न मिलने की संभावना है। मॉर्गन स्टेनली डिफेंसिव, स्मॉलकैप, मिडकैप और लार्जकैप शेयरों पर भी बुलिश है।
ग्लोबल फैक्टर्स का रहेगा असर
रिधम देसाई का कहना है कि भारतीय बाजार के सुधार के लिए ग्लोबल फैक्टर्स की भूमिका अहम रहेगी। अमेरिकी फेडरल रिजर्व की नीतियां और वैश्विक विकास दर भारतीय बाजार की दिशा तय करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। अगर वैश्विक अर्थव्यवस्था मंदी के करीब पहुंचती है, तो बाजार की तेजी पर असर पड़ सकता है।
क्या भारतीय अर्थव्यवस्था को मिलेगा बूस्ट?
ब्रोकरेज फर्म का मानना है कि भारतीय बाजार का वैल्यूएशन कोविड के बाद सबसे आकर्षक स्थिति में है। खपत में सुधार के साथ इनकम टैक्स में कटौती से शहरी डिमांड बढ़ेगी, जिससे ग्रामीण इलाकों में भी खपत का स्तर सुधर सकता है।
इसके अलावा, सरकारी और घरेलू पूंजीगत व्यय (Capex) में वृद्धि से भी अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी। निजी क्षेत्र का कैपेक्स धीरे-धीरे रिकवर हो रहा है, जिससे भारत दुनिया का सबसे तेजी से बढ़ने वाला कंज्यूमर मार्केट बन सकता है।
महंगाई पर क्या कहता है अनुमान?
मॉर्गन स्टेनली के मुताबिक, महंगाई दर (Inflation) आने वाले वर्षों में स्थिर रहने की संभावना है।
- वित्त वर्ष 2025 में महंगाई दर 4.9% रह सकती है।
- वित्त वर्ष 2026-27 (FY27) में यह घटकर 4.3% तक आ सकती है।
क्या निवेशकों को करनी चाहिए खरीदारी?
विशेषज्ञों के मुताबिक, इस समय गिरावट में निवेश करने का सुनहरा मौका है। लॉन्ग-टर्म निवेशकों को अच्छे फंडामेंटल वाले ब्लू-चिप स्टॉक्स और मजबूत सेक्टर्स में निवेश करना चाहिए। अगर ग्लोबल फैक्टर्स ने सपोर्ट किया, तो भारतीय बाजार 2025 के अंत तक नया इतिहास रच सकता है।
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