Women Health: Periods के इन संकेतों को न करें नजरअंदाज, हो सकती हैं गंभीर बीमारियां

India Briefs Team
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Periods में सहेत का रखें खास ध्यान

Periods महिलाओं के शरीर का एक प्राकृतिक और आवश्यक हिस्सा हैं, लेकिन इसके पैटर्न में आने वाले बदलाव कभी-कभी गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं की ओर इशारा कर सकते हैं। कई बार महिलाएं Periods में होने वाले बदलावों को सामान्य मानकर नजरअंदाज कर देती हैं, जो भविष्य में बड़ी बीमारियों का कारण बन सकते हैं। यह लेख आपको बताएगा कि आपके Periods किन संकेतों के जरिए आपकी सेहत की ओर इशारा करते हैं और किन संकेतों को आपको बिल्कुल भी इग्नोर नहीं करना चाहिए।

Periods आपकी संपूर्ण सेहत की एक झलक

Periods केवल रिप्रोडक्टिव हेल्थ से जुड़ा मसला नहीं है, बल्कि यह आपके हार्मोनल बैलेंस, थायरॉइड फंक्शन, मानसिक तनाव और जीवनशैली की स्थिति को भी दर्शाता है। इसलिए, यदि Periods के पैटर्न, रंग, मात्रा या समय में कोई बदलाव आ रहा है, तो यह आपके शरीर में हो रहे बदलावों का संकेत हो सकता है, जिसे समय रहते समझना और उपचार कराना बेहद जरूरी है।

ये संकेत न करें नजरअंदाज – Periods से जुड़ी संभावित समस्याएं

1. हैवी ब्लीडिंग (Heavy Bleeding)

यदि आपके Periods के दौरान अत्यधिक ब्लीडिंग होती है, जिससे आपको हर घंटे पैड या टैम्पून बदलना पड़ता है, तो यह सामान्य नहीं है। इस स्थिति को “Menorrhagia” कहा जाता है। इसके पीछे कारण हो सकते हैं:

  • यूटराइन फाइब्रॉएड्स
  • एंडोमेट्रियोसिस
  • हार्मोनल असंतुलन
  • थायरॉइड समस्याएं

ज्यादा ब्लीडिंग से आयरन की कमी और एनीमिया जैसी समस्या भी हो सकती है।

2. अनियमित Periods (Irregular Periods)

अगर आपकी माहवारी का चक्र 21 दिनों से कम या 35 दिनों से ज्यादा का हो गया है, या बार-बार उसमें बदलाव हो रहा है, तो यह चिंता का विषय हो सकता है। अनियमित Periods के पीछे ये कारण हो सकते हैं:

  • पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (PCOS)
  • थायरॉइड डिसफंक्शन
  • प्रोलैक्टिन हार्मोन में असंतुलन
  • अधिक मानसिक तनाव या डाइटिंग

PCOS से जुड़ी अन्य समस्याएं जैसे मुंहासे, वजन बढ़ना और अनावश्यक बालों की वृद्धि भी देखी जा सकती है।

3. Periods मिस होना (Missed Periods)

अगर आपकी Periods कई महीनों तक नहीं आतीं, और आप प्रेग्नेंट भी नहीं हैं, तो यह किसी गंभीर स्थिति का संकेत हो सकता है:

  • Hypothalamic Amenorrhea: ज्यादा एक्सरसाइज, तनाव या वजन में अत्यधिक गिरावट के कारण हो सकता है।
  • Premature Menopause: अगर 40 साल से पहले Periods रुक जाएं, तो यह समय से पहले मेनोपॉज का लक्षण हो सकता है।
  • PCOS: अंडाशय में हार्मोनल गड़बड़ी के कारण ओवुलेशन बाधित हो सकता है।

4. तीव्र क्रैम्प्स (Severe Cramps)

हल्के-फुल्के पेटदर्द सामान्य होता है, लेकिन यदि आपको Periods के दौरान असहनीय दर्द होता है, जो दवाओं से भी कम नहीं होता, तो यह Dysmenorrhea का संकेत हो सकता है। यह हो सकता है:

  • एंडोमेट्रियोसिस की वजह से
  • पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीज (PID)
  • यूटराइन फाइब्रॉएड्स

ऐसी स्थिति में डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है।

5. बहुत हल्का या कम पीरियड (Light or Scanty Periods)

अगर आपके Periods अचानक बहुत कम हो गए हैं, और सिर्फ 1-2 दिन में खत्म हो जाते हैं, तो यह हार्मोनल असंतुलन का संकेत हो सकता है। खासकर:

  • एस्ट्रोजन लेवल का कम होना
  • थायरॉइड हार्मोन की कमी
  • अत्यधिक तनाव या वजन घटने की वजह से

यह स्थिति आपकी फर्टिलिटी को प्रभावित कर सकती है।

6. Periods के रंग में बदलाव (Change in Color of Blood)

Periods की शुरुआत या अंत में गाढ़े भूरे या काले रंग का ब्लड आना आम हो सकता है, क्योंकि यह यूट्रस में जमा पुराना ब्लड होता है। लेकिन अगर लगातार गाढ़ा, बदबूदार या बहुत हल्का रंग दिखाई दे, तो यह संक्रमण या दूसरी समस्याओं का संकेत हो सकता है।

कब जाएं डॉक्टर के पास?

यदि आपको निम्नलिखित लक्षण लंबे समय तक दिखें, तो डॉक्टर से तुरंत परामर्श लें:

  • हर महीने हैवी ब्लीडिंग
  • Periods के दौरान बहुत अधिक या असहनीय दर्द
  • लगातार 3 महीने तक Periods का न आना
  • अनियमित या बेतरतीब चक्र
  • Periods के दौरान बहुत तेज़ बदबू या अजीब रंग

Periods को लेकर भ्रांतियों से रहें दूर

भारत में आज भी Periods से जुड़े विषयों पर खुलकर बात करना वर्जित माना जाता है। इसके कारण कई लड़कियां और महिलाएं अपनी समस्याओं को समय रहते नहीं बता पातीं। इस मानसिकता को बदलने की जरूरत है। Periods एक जैविक प्रक्रिया है, और इससे जुड़ी किसी भी असामान्यता को अनदेखा नहीं किया जाना चाहिए।

अपने Periods को ट्रैक करें – पहला कदम जागरूकता की ओर

आजकल कई मोबाइल ऐप्स और फिटनेस ट्रैकर के जरिए आप अपने Periods को ट्रैक कर सकती हैं। इससे यह जानना आसान होता है कि आपका चक्र कब शुरू होता है, कितने दिन चलता है, कितनी मात्रा में ब्लीडिंग होती है और कोई असामान्य लक्षण तो नहीं हैं।

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लाइफस्टाइल में लाएं सुधार

  • संतुलित और पोषक आहार लें
  • रोजाना कम से कम 30 मिनट व्यायाम करें
  • तनाव से बचें, ध्यान और योग अपनाएं
  • नियमित नींद लें
  • अधिक कैफीन और प्रोसेस्ड फूड से बचें

आपके Periods सिर्फ मासिक चक्र नहीं हैं, बल्कि वे आपके शरीर के अंदर चल रही कई प्रक्रियाओं का आइना हैं। उनके द्वारा दिए गए छोटे-छोटे संकेतों को पहचानना और सही समय पर इलाज कराना आपकी संपूर्ण सेहत को बेहतर बना सकता है। इसलिए, अगली बार जब आपके Periods में कोई बदलाव दिखे, तो उसे नजरअंदाज न करें – क्योंकि छोटी सी लापरवाही बड़ी बीमारी में बदल सकती है।

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