JEE Main में 300/300 स्कोर करना किसी भी छात्र के लिए एक बड़ी उपलब्धि है, और ओडिशा के ओम प्रकाश बेहरा ने इसे हासिल करके एक मिसाल कायम की है। उन्होंने JEE Main 2025 के जनवरी सत्र में 100 पर्सेंटाइल के साथ पूरे 300/300 अंक प्राप्त किए। उनकी सफलता के पीछे एक अनूठा निर्णय भी था – उन्होंने अपनी पढ़ाई के दौरान मोबाइल फोन नहीं रखा।

डिसिप्लिन, सेल्फ-स्टडी और सही रणनीति बनी सफलता की कुंजी
ओम प्रकाश का कहना है कि उनकी सफलता का सबसे बड़ा कारण अनुशासित पढ़ाई, सेल्फ-स्टडी और एक रणनीतिक अप्रोच रही।
आज के समय में मोबाइल फोन युवाओं का एक अभिन्न हिस्सा बन चुका है, लेकिन ओम प्रकाश ने अपने लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित करने के लिए फोन न रखने का फैसला किया। सोशल मीडिया से दूर रहकर उन्होंने अपनी पूरी ऊर्जा पढ़ाई पर लगाई।
JEE की तैयारी कैसे की?
ओम प्रकाश ने बताया कि उनकी पढ़ाई का मुख्य हिस्सा सेल्फ-स्टडी थी। वह हर दिन 8 से 9 घंटे तक सेल्फ-स्टडी करते थे।
उन्होंने यह भी बताया कि हर टेस्ट को एक सीखने का अवसर समझा। “हर हफ्ते होने वाले टेस्ट में अंकों में उतार-चढ़ाव होता था, लेकिन मैंने हर टेस्ट के बाद अपनी गलतियों का विश्लेषण किया और अगले टेस्ट में उन्हें दोहराने से बचने की कोशिश की,” उन्होंने कहा।
NCERT पर किया फोकस, कोचिंग गाइडलाइंस को माना
ओम प्रकाश ने अपनी JEE Main की तैयारी में NCERT के सिलेबस पर पूरा ध्यान केंद्रित किया। उन्होंने बताया, “JEE Main के लिए मैंने मुख्य रूप से NCERT पर ध्यान दिया।”
साथ ही, कोचिंग संस्थान से मिलने वाली गाइडलाइंस का पालन भी उनकी सफलता का एक महत्वपूर्ण कारण रहा। “मैं अपने शिक्षकों की गाइडलाइंस को फॉलो कर रहा हूँ क्योंकि Allen Kota के शिक्षक और स्टडी मटेरियल काफी परफेक्ट हैं, और यहाँ के फैकल्टी मेंबर्स को इन परीक्षाओं का गहरा अनुभव है,” उन्होंने कहा।
भुवनेश्वर से कोटा तक का सफर
ओम प्रकाश ओडिशा के भुवनेश्वर के रहने वाले हैं और पिछले तीन सालों से कोटा में Allen के रेगुलर क्लासरूम स्टूडेंट हैं। उनकी इस शैक्षणिक यात्रा में उनके परिवार का अहम योगदान रहा। उनकी माँ स्मिता रानी बेहरा, जो ओडिशा में एक कॉलेज लेक्चरर हैं, ने अपने करियर को विराम देकर बेटे के साथ कोटा में तीन साल बिताए, ताकि वह पढ़ाई के लिए सर्वोत्तम माहौल प्राप्त कर सके। उनके पिता कमलकांत बेहरा, ओडिशा प्रशासनिक सेवा (OAS) के अधिकारी हैं।
अकादमिक्स के साथ रुचियां भी बनीं संतुलन का जरिया
कड़ी मेहनत और पढ़ाई के बीच, ओम प्रकाश अपने इंटरेस्ट्स के लिए भी समय निकालते हैं। उन्हनॉवेल्स पढ़ने का बहुत शौक है, जो संभवतः उनकी तनाव को कम करने में मदद करता है।
JEE Advanced और IIT मुंबई का सपना
JEE Main में परफेक्ट 300 स्कोर करने के बाद, ओम प्रकाश की नजर अब JEE Advanced पर है, जो कि IITs में प्रवेश का द्वार है। उनका सपना है कि वह IIT मुंबई में कंप्यूटर साइंस ब्रांच में B.Tech करें।
उनकी अनुशासन और समर्पण को देखते हुए, यह कहना गलत नहीं होगा कि वह अपने लक्ष्य को पाने की राह पर मजबूती से आगे बढ़ रहे हैं।
सफलता का मंत्र
ओम प्रकाश की सफलता का मंत्र बहुत ही सीधा और प्रभावशाली है:
“जो हो चुका है, उस पर ध्यान देने के बजाय, मैं जो हो रहा है उस पर फोकस करता हूँ।”
उनका यह दृष्टिकोण हर JEE उम्मीदवार के लिए सीखने योग्य है, जो अपनी तैयारी में एक नई ऊर्जा और स्पष्टता ला सकता है।
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