इनकम टैक्स विभाग की पैनी नजर: 46 जगहों से आपकी कमाई का पूरा हिसाब, गलती पड़ी महंगी तो फंस सकते हैं आप!

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इनकम टैक्स विभाग की नजर हर छोटे-बड़े ट्रांजैक्शन पर होती है। अगर आप टैक्स बचाने के लिए गलत तरीके अपनाते हैं, तो इसका अंजाम भारी जुर्माने और कानूनी कार्रवाई के रूप में भुगतना पड़ सकता है। बेहतर होगा कि सभी इनकम को सही तरीके से घोषित करें और टैक्स की बचत के लिए वैध तरीकों का ही इस्तेमाल करें।

31 मार्च से पहले करें टैक्स सेविंग, वरना चुकानी होगी भारी कीमत

फाइनेंशियल ईयर 2024-25 के लिए टैक्स बचाने का आखिरी मौका आ गया है। अगर आप ओल्ड टैक्स रिजीम (Old Tax Regime) के तहत इन्वेस्टमेंट कर टैक्स सेविंग करना चाहते हैं, तो 31 मार्च से पहले इसे पूरा कर लें। इसके बाद इस वित्त वर्ष के लिए कोई बचत नहीं कर पाएंगे।

इनकम टैक्स रिटर्न (ITR) दाखिल करने से पहले आपको अपनी पूरी कमाई और निवेश की जानकारी टैक्स डिपार्टमेंट को देनी होती है। अगर आपने किसी भी तरह की जानकारी छिपाने की कोशिश की या इनकम को कम दिखाया, तो इनकम टैक्स विभाग इसे तुरंत पकड़ लेगा।

आपकी कमाई का पूरा डेटा इनकम टैक्स विभाग के पास

इनकम टैक्स डिपार्टमेंट सिर्फ आपके बैंक स्टेटमेंट या सैलरी स्लिप से ही जानकारी नहीं जुटाता, बल्कि 46 अलग-अलग स्रोतों से आपकी इनकम की पूरी जानकारी इकट्ठा करता है। अगर इनमें किसी भी तरह का मिसमैच (Mismatch) पाया जाता है, तो आपको इनकम टैक्स नोटिस (Income Tax Notice) मिलने का खतरा बढ़ जाता है।

इनकम टैक्स विभाग किन 46 स्रोतों से इकट्ठा करता है आपकी जानकारी?

आइए जानते हैं वे अहम स्रोत, जहां से टैक्स विभाग आपकी इनकम का पूरा डेटा निकालता है:

1. बैंकिंग और फाइनेंशियल ट्रांजैक्शंस, सैलरी अकाउंट, सेविंग्स, क्रेडिट कार्ड की डीटेल्स

  • बैंक अकाउंट्स में बड़े पैमाने पर कैश डिपॉजिट
  • फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) में भारी निवेश
  • क्रेडिट कार्ड से बड़े लेन-देन
  • सेविंग अकाउंट में हाई-वैल्यू ट्रांजैक्शन
  • RTGS/NEFT के जरिए बड़ी रकम का ट्रांसफर

2. इन्वेस्टमेंट और शेयर बाजार

  • शेयर मार्केट में ट्रेडिंग और म्यूचुअल फंड निवेश
  • बांड्स और डिबेंचर में पैसा लगाना
  • क्रिप्टोकरेंसी में निवेश
  • IPO और बड़े स्टॉक्स में ट्रेडिंग

3. प्रॉपर्टी और रियल एस्टेट ट्रांजैक्शंस

  • मकान, फ्लैट या जमीन की खरीद-फरोख्त
  • किराए से मिलने वाली आय
  • स्टांप ड्यूटी और रजिस्ट्रेशन फीस

4. इनकम के अन्य स्रोत

  • फ्रीलांसिंग और डिजिटल प्लेटफॉर्म से होने वाली कमाई
  • यूट्यूब, ब्लॉगिंग और सोशल मीडिया इनकम
  • विदेशों से मिलने वाली पेमेंट्स
  • गिफ्ट, लॉटरी, पुरस्कारों से प्राप्त इनकम

5. बिजनेस और प्रोफेशनल इनकम

  • GST रजिस्ट्रेशन और टैक्स पेमेंट
  • कॉन्ट्रैक्ट और कंसल्टेंसी चार्जेस
  • बड़े लेन-देन करने वाली कंपनियों और व्यापारियों के रिकॉर्ड

गलती की तो बचना मुश्किल!

अगर आप सोचते हैं कि छोटी-मोटी गड़बड़ी करके टैक्स बचा लेंगे, तो ऐसा करना जोखिम भरा हो सकता है। इनकम टैक्स विभाग की तकनीक इतनी एडवांस हो गई है कि वह किसी भी विसंगति को तुरंत पकड़ सकता है।

  • AIS (Annual Information Statement) और 26AS से आपकी पूरी फाइनेंशियल हिस्ट्री का मिलान किया जाता है।
  • पैन (PAN) और आधार (Aadhaar) लिंक होने से आपकी हर ट्रांजैक्शन पर सीधा नजर रखी जाती है।
  • AI और डेटा एनालिटिक्स की मदद से टैक्स चोरी की हर कोशिश पर विभाग की पकड़ मजबूत हो रही है।

कैसे बचें इनकम टैक्स नोटिस से?

  1. सभी इनकम की सही जानकारी दें – किसी भी प्रकार की आय को छिपाने की कोशिश न करें।
  2. AIS और 26AS से अपना डेटा मिलान करें – अपने फाइनेंशियल रिकॉर्ड को जांचें कि सब कुछ सही दर्ज है या नहीं।
  3. समय पर इनकम टैक्स रिटर्न (ITR) भरें – सही तरीके से और तय समयसीमा के भीतर ITR फाइल करें।
  4. प्रोफेशनल की मदद लें – किसी भी संदेह की स्थिति में चार्टर्ड अकाउंटेंट (CA) या टैक्स एक्सपर्ट से सलाह लें।

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