नई दिल्ली, 2 जून (भाषा)। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के सर्राफा बाजार में सोमवार को सोने और चांदी की कीमतों में जोरदार बढ़ोतरी दर्ज की गई। वैश्विक बाजारों से मिले मजबूत संकेतों और भू-राजनीतिक तनाव के चलते स्थानीय बाजार में भी निवेशकों का रुझान कीमती धातुओं की ओर बढ़ा है। इस कारण 24 कैरेट शुद्धता वाला सोना 330 रुपये की तेजी के साथ 98,930 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गया, जबकि चांदी 100 रुपये की वृद्धि के साथ 1,00,100 रुपये प्रति किलोग्राम के पार निकल गई।
सोने की कीमत में क्यों आई तेजी?
अखिल भारतीय सर्राफा संघ (All India Sarafa Association) के अनुसार, बीते कारोबारी सत्र (शुक्रवार) में सोने की कीमत 98,600 रुपये प्रति 10 ग्राम थी। सोमवार को यह 330 रुपये की वृद्धि के साथ 98,930 रुपये तक पहुंच गई। वहीं, 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाले सोने का भाव 300 रुपये की तेजी के साथ 98,400 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ।
वर्तमान में वैश्विक स्तर पर सोने की कीमतों में बढ़त देखी जा रही है। हाजिर सोना (Spot Gold) सोमवार को 59.21 डॉलर प्रति औंस यानी 1.80 प्रतिशत की तेजी के साथ 3,348.61 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया। इसका सीधा असर घरेलू बाजार पर भी पड़ा है, क्योंकि वैश्विक कीमतों के आधार पर ही घरेलू दरें तय होती हैं।
वैश्विक कारकों का प्रभाव
अबन्स फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य कार्यपालक अधिकारी चिंतन मेहता ने कहा कि अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा इस्पात और एल्युमीनियम आयात पर शुल्क को 25 प्रतिशत से बढ़ाकर 50 प्रतिशत करने की योजना की घोषणा ने बाजार में अनिश्चितता को बढ़ा दिया है। यह निर्णय 4 जून से प्रभावी होगा, जिससे वैश्विक आर्थिक अस्थिरता की आशंका है। ऐसे में निवेशकों ने सुरक्षित निवेश विकल्प के तौर पर सोने को प्राथमिकता दी है।
इसके अलावा रूस-यूक्रेन युद्ध और पश्चिम एशिया में जारी संघर्षों ने भी भू-राजनीतिक तनाव को बढ़ाया है, जिससे सोने की मांग में इजाफा हुआ है। ऐसे समय में सोने को सुरक्षित निवेश माना जाता है, जिससे इसकी कीमतों में मजबूती देखने को मिलती है।
निवेशकों की नजर अमेरिका के आर्थिक आंकड़ों पर
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक (जिंस) सौमिल गांधी ने बताया कि निवेशक अमेरिकी अर्थव्यवस्था से जुड़े महत्वपूर्ण आंकड़ों पर भी नजर रखे हुए हैं। विशेष रूप से मई महीने का आईएसएम मैन्युफैक्चरिंग परचेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स (PMI) रिपोर्ट सोमवार को देर शाम जारी की जानी थी, जिसका असर भी सोने-चांदी की कीमतों पर पड़ सकता है।
इसके अलावा, अमेरिकी फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पावेल की आगामी टिप्पणियों का भी इंतजार किया जा रहा है। अगर ब्याज दरों को लेकर नरम संकेत मिलते हैं, तो यह सोने के लिए और भी सकारात्मक साबित हो सकता है।
चांदी भी चमकी, 1 लाख के पार
सोने के साथ-साथ चांदी की कीमतों में भी वृद्धि देखने को मिली। सोमवार को चांदी की कीमत 100 रुपये की तेजी के साथ 1,00,100 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई। इससे पहले यह 1,00,000 रुपये प्रति किलोग्राम पर थी। चांदी की कीमतों में यह वृद्धि औद्योगिक मांग और वैश्विक संकेतों के आधार पर हुई है।
आगे क्या रहेगा रुझान?
विशेषज्ञों के अनुसार, जब तक भू-राजनीतिक तनाव और वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता बनी रहेगी, तब तक सोने और चांदी की कीमतों में उतार-चढ़ाव जारी रहेगा। साथ ही, अगर अमेरिका में ब्याज दरों में कटौती के संकेत मिलते हैं, तो सोने की कीमतों में और तेजी संभव है।
निवेशकों के लिए सलाह
अगर आप निवेश के उद्देश्य से सोना या चांदी खरीदने की योजना बना रहे हैं, तो यह समय सावधानीपूर्वक निर्णय लेने का है। बाजार विश्लेषकों का मानना है कि मौजूदा अस्थिरता को देखते हुए दीर्घकालिक निवेश के लिहाज से सोना एक सुरक्षित विकल्प हो सकता है। हालांकि, कीमतों में अस्थायी गिरावट की भी संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।
संबंधित आंकड़े:
धातु | कीमत (सोमवार) | पिछला मूल्य (शुक्रवार) | वृद्धि |
---|---|---|---|
सोना (24K, 10 ग्राम) | ₹98,930 | ₹98,600 | ₹330 |
सोना (99.5% शुद्धता) | ₹98,400 | ₹98,100 | ₹300 |
चांदी (1 किलोग्राम) | ₹1,00,100 | ₹1,00,000 | ₹100 |
वैश्विक सोना (हाजिर) | $3,348.61/ounce | $3,289.40/ounce | +1.80% |
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