EV Fire News: अलास्का (Alaska) के पास समुद्र में एक भीषण हादसा हुआ है, जिसने इलेक्ट्रिक वाहनों (Electric Vehicles) की सुरक्षा पर फिर से गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। चीन से मैक्सिको (Mexico) जा रहा एक कार्गो जहाज ‘मॉर्निंग मिडास’ (Morning Midas) 800 से अधिक इलेक्ट्रिक कारों (EVs) समेत करीब 3,000 गाड़ियों के साथ समुद्र में डूब गया।
EV Fire से शुरू हुई तबाही
ब्लूमबर्ग न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, 3 जून को मॉर्निंग मिडास उस वक्त अलास्का के दक्षिण-पश्चिम में करीब 490 किलोमीटर दूर था, जब उसके डेक से धुआं निकलता देखा गया। यह धुआं उस हिस्से से आ रहा था जहां इलेक्ट्रिक व्हीकल्स खड़ी थीं। देखते ही देखते आग फैल गई और जहाज को संभालना मुश्किल हो गया।
क्रू को तुरंत खाली कराया गया
EV Fire की गंभीरता को देखते हुए जहाज पर मौजूद 22 क्रू मेंबर्स को रेस्क्यू बोट्स की मदद से सुरक्षित बाहर निकाला गया। हालांकि, आग पर काबू नहीं पाया जा सका और 23 जून को पूरा जहाज समुद्र में समा गया।
चीन से रवाना हुआ था जहाज
मॉर्निंग मिडास एक 600 फीट लंबा शिप था जिसे 2006 में तैयार किया गया था। यह 26 मई को चीन के यानताई बंदरगाह से रवाना हुआ था और मैक्सिको के एक प्रमुख पोर्ट पर पहुंचना था। जहाज पर इलेक्ट्रिक के अलावा पेट्रोल और डीजल से चलने वाली गाड़ियां भी लदी थीं।
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EV Fire से उठे सुरक्षा के सवाल
यह अब तक स्पष्ट नहीं है कि जहाज डूबने से पहले कुछ कारें उतारी गईं थीं या नहीं। लेकिन EV Fire की वजह से हुई इस दुर्घटना ने एक बार फिर इलेक्ट्रिक वाहनों की सेफ्टी पर चिंता बढ़ा दी है। खासकर तब, जब EV को ग्रीन फ्यूचर का हिस्सा माना जा रहा है।
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