वरिष्ठ नागरिकों के लिए शानदार स्कीम: सिर्फ ब्याज से कमाएं ₹12.3 लाख, जानिए कैसे ?

India Briefs Team
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वरिष्ठ नागरिकों के लिए गारंटीड निवेश योजना

अगर आप 60 वर्ष या उससे अधिक उम्र के हैं और अपनी रिटायरमेंट पूंजी को सुरक्षित और स्थिर रिटर्न देने वाली स्कीम में लगाना चाहते हैं, तो Senior Citizen Savings Scheme (SCSS) आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प है। यह योजना खास तौर पर उन बुजुर्गों के लिए है जो अपने निवेश पर बिना जोखिम के गारंटीड ब्याज पाना चाहते हैं।

क्या है Senior Citizen Savings Scheme (SCSS) ?

यह योजना भारत सरकार द्वारा समर्थित एक डिपॉजिट स्कीम है, जिसमें वरिष्ठ नागरिक 5 साल के लिए एकमुश्त राशि जमा करते हैं और सरकार हर तिमाही गारंटीड ब्याज देती है।

इस स्कीम की खास बातें:

    • ब्याज दर: 8.2% प्रति वर्ष (तिमाही आधार पर भुगतान)
    • न्यूनतम निवेश: ₹1,000
    • अधिकतम निवेश: ₹30,00,000
    • ब्याज भुगतान: हर 3 महीने में खाते में

कैसे कमाएं सिर्फ ब्याज से ₹12.30 लाख ? जानिए पूरा गणित

मान लीजिए कोई वरिष्ठ नागरिक इस स्कीम में अधिकतम सीमा यानी ₹30 लाख निवेश करता है, तो:

    • सालाना ब्याज = ₹30,00,000 × 8.2% = ₹2,46,000
    • तिमाही ब्याज = ₹2,46,000 / 4 = ₹61,500
    • 5 साल में कुल ब्याज = ₹2,46,000 × 5 = ₹12,30,000

🔹 मैच्योरिटी पर कुल रिटर्न = ₹30,00,000 (मूलधन) + ₹12,30,000 (ब्याज) = ₹42,30,000

कितना निवेश करने पर कितना मिलेगा ब्याज ?

निवेश राशितिमाही ब्याज5 साल में कुल ब्याजकुल मैच्योरिटी राशि
₹5,00,000₹10,250₹2,05,000₹7,05,000
₹10,00,000₹20,500₹4,10,000₹14,10,000
₹15,00,000₹30,750₹6,15,000₹21,15,000
₹30,00,000₹61,500₹12,30,000₹42,30,000

कौन कर सकता है इस स्कीम में निवेश ?

    • कोई भी भारतीय नागरिक जिसकी उम्र 60 वर्ष या उससे अधिक हो।
    • VRS लेने वाले सरकारी कर्मचारी 55 से 60 वर्ष की आयु में विशेष शर्तों पर निवेश कर सकते हैं।
    • रिटायर्ड डिफेंस पर्सनल को भी छूट दी जाती है।

टैक्स छूट और अन्य जरूरी बातें

    • टैक्स बेनिफिट: निवेश पर ₹1.5 लाख तक की छूट (सेक्शन 80C)
    • ब्याज टैक्सेबल है: सालाना ब्याज ₹1 लाख से अधिक होने पर TDS लागू
    • मैच्योरिटी पर खाते को 1 साल के भीतर बढ़ाया जा सकता है।
    • बढ़ाए गए खाते पर ब्याज दर वही रहेगी जो उस समय लागू हो।

क्यों SCSS बेहतर है बैंक FD से ?

    1. ब्याज दर ज्यादा (FD की तुलना में SCSS की दर अधिक होती है)
    2. सरकारी गारंटी (आपका पैसा पूरी तरह सुरक्षित)
    3. तिमाही भुगतान (रेगुलर इनकम का जरिया)
    4. लिक्विडिटी: समय से पहले निकासी की सुविधा (कुछ पेनल्टी के साथ)

अगर आपको 5 साल से पहले पैसे निकालने हों ?

बंद करने का समयपेनल्टी
1 साल से पहलेकोई ब्याज नहीं मिलेगा, मिला हो तो वसूल किया जाएगा
1 से 2 साल के बीचकुल जमा राशि का 1.5% कटौती
2 से 5 साल के बीचकुल जमा राशि का 1% कटौती

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)

1. क्या SCSS का ब्याज टैक्स-फ्री होता है?
नहीं, ब्याज टैक्सेबल होता है। सिर्फ निवेश की रकम पर ₹1.5 लाख तक की टैक्स छूट मिलती है।

2. क्या पति-पत्नी दोनों इस स्कीम में निवेश कर सकते हैं?
जी हां, दोनों अपने-अपने नाम से ₹30 लाख तक निवेश कर सकते हैं।

3. क्या ब्याज दर 5 साल के लिए फिक्स रहती है?
हां, खाता खोलते समय की ब्याज दर पूरी 5 साल की अवधि तक लॉक रहती है।

4. क्या यह बैंक FD से अच्छा विकल्प है?
बिलकुल, क्योंकि ब्याज दर अधिक है और पैसा सरकार द्वारा गारंटीड होता है।

अगर आप वरिष्ठ नागरिकों के लिए लंबी अवधि की गारंटीड इनकम स्कीम तलाश रहे हैं, जिसमें सुरक्षा और अच्छा रिटर्न दोनों मिले, तो SCSS सबसे भरोसेमंद विकल्पों में से एक है। इस स्कीम में ₹30 लाख लगाकर 5 साल में ₹12.3 लाख केवल ब्याज से कमाना संभव है।

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