बीमा क्षेत्र में होने जा रहा है बड़ा बदलाव! 1 मार्च 2024 से जीवन और स्वास्थ्य बीमा से जुड़े नियम बदलने वाले हैं। भारतीय बीमा विनियामक और विकास प्राधिकरण (IRDAI) ने बीमा कंपनियों को बीमा-ASBA नामक एक नई सुविधा शुरू करने का निर्देश दिया है। यह सुविधा बीमा खरीदने की प्रक्रिया को सरल बनाएगी और ग्राहकों को उनके प्रीमियम भुगतान में अधिक पारदर्शिता और सुरक्षा प्रदान करेगी।

क्या है बीमा-ASBA?
बीमा-ASBA (Application Supported by Blocked Amount) एक नई भुगतान प्रणाली है जो बीमा पॉलिसीधारकों को बिना तत्काल भुगतान किए अपनी प्रीमियम राशि को बैंक खाते में ब्लॉक करने की अनुमति देती है। जब तक बीमा पॉलिसी जारी नहीं होती, तब तक यह राशि ग्राहक के खाते में सुरक्षित रहेगी। जैसे ही पॉलिसी स्वीकृत होगी, तब ही यह राशि खाते से काटी जाएगी। अगर किसी कारणवश बीमा कंपनी पॉलिसी को अस्वीकृत कर देती है, तो ग्राहक के खाते से कोई कटौती नहीं होगी।
किसे होगा फायदा?
बीमा-ASBA प्रणाली से बीमा कंपनियों और ग्राहकों, दोनों को लाभ होगा। इस नई प्रणाली के मुख्य लाभ इस प्रकार हैं:
- ग्राहकों के लिए सुरक्षा:
- यदि किसी कारण से बीमा पॉलिसी अप्रूव नहीं होती है, तो ग्राहक का पैसा बिना किसी परेशानी के उनके बैंक खाते में बना रहेगा।
- ग्राहकों को पॉलिसी अस्वीकृत होने के बाद पैसे की वापसी के लिए इंतजार नहीं करना पड़ेगा।
- बीमा कंपनियों के लिए पारदर्शिता:
- इससे बीमा कंपनियों को धोखाधड़ी के मामलों में कमी आएगी और वे अधिक विश्वसनीय ग्राहकों को बीमा प्रदान कर पाएंगी।
- यह प्रक्रिया बीमा कंपनियों के लिए क्लेम और प्रीमियम मैनेजमेंट को सरल बनाएगी।
अभी क्या व्यवस्था है?
वर्तमान में, बीमा खरीदते समय ग्राहकों को पहले प्रीमियम का भुगतान करना पड़ता है और उसके बाद पॉलिसी जारी होती है। लेकिन 1 मार्च से बीमा-ASBA प्रणाली लागू होने के बाद, ग्राहक को पहले भुगतान नहीं करना पड़ेगा। इसके बजाय, उनके बैंक खाते से उतनी ही राशि ब्लॉक कर दी जाएगी और पॉलिसी जारी होने के बाद ही यह राशि काटी जाएगी।
यदि पॉलिसी किसी कारण से अस्वीकृत होती है, तो ग्राहक को धनवापसी का इंतजार नहीं करना पड़ेगा क्योंकि पैसा उनके खाते से डेबिट ही नहीं होगा। यह व्यवस्था पहले से ही शेयर बाजार में IPO, FPO और NFO जैसे निवेश संबंधी लेन-देन के लिए लागू है, जिसे भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) द्वारा अनुमोदित किया गया था।
कैसे काम करेगा बीमा-ASBA?
IRDAI के अनुसार, इस सुविधा को UPI-OTM (Unified Payments Interface – One Time Mandate) के माध्यम से लागू किया जाएगा। यह तकनीक किसी भी विशेष लेन-देन के लिए बैंक खाते में धनराशि को अस्थायी रूप से ब्लॉक करने की अनुमति देती है।
- ग्राहक बीमा पॉलिसी के लिए आवेदन करेगा।
- उसके बैंक खाते में प्रीमियम राशि ब्लॉक कर दी जाएगी, लेकिन तुरंत डेबिट नहीं होगी।
- बीमा कंपनी आवेदन की समीक्षा करेगी और स्वीकृति या अस्वीकृति का निर्णय लेगी।
- यदि पॉलिसी स्वीकृत होती है, तो राशि ग्राहक के खाते से काट ली जाएगी।
- यदि पॉलिसी अस्वीकृत होती है, तो ब्लॉक की गई राशि स्वतः मुक्त हो जाएगी।
कहां होगा इस सुविधा का उपयोग?
IRDAI ने शुरुआत में इस सुविधा को व्यक्तिगत बीमा पॉलिसीधारकों के लिए लागू करने का निर्देश दिया है। इसके लिए बीमा कंपनियां विभिन्न बैंकों के साथ भागीदारी करेंगी ताकि यह सिस्टम सुचारू रूप से काम कर सके।
बीमा क्षेत्र में यह बदलाव क्यों महत्वपूर्ण है?
बीमा-ASBA प्रणाली ग्राहकों को अधिक सुरक्षा, पारदर्शिता और सुविधा प्रदान करती है। इससे उन लोगों को विशेष लाभ मिलेगा जो बीमा खरीदने के बाद धनवापसी संबंधी समस्याओं का सामना करते हैं। यह प्रणाली बीमा क्षेत्र में डिजिटल ट्रांजेक्शन और कैशलेस भुगतान को भी बढ़ावा देगी।
क्या शेयर बाजार की तरह ही बीमा में भी फायदा होगा?
बीमा-ASBA की तुलना शेयर बाजार की ASBA प्रणाली से की जा सकती है। शेयर बाजार में निवेशक IPO, FPO और NFO में बोली लगाते समय अपने खाते से तुरंत पैसा नहीं कटवाते, बल्कि तब ही राशि डेबिट होती है जब उन्हें शेयर आवंटित किए जाते हैं। इसी प्रकार, बीमा-ASBA में भी ग्राहक की प्रीमियम राशि तभी काटी जाएगी जब उनकी पॉलिसी स्वीकृत हो जाएगी।
भविष्य में क्या संभावनाएं हैं?
इस नई प्रणाली से बीमा उद्योग में पारदर्शिता बढ़ेगी, डिजिटल ट्रांजेक्शन को बढ़ावा मिलेगा और ग्राहकों को अधिक सुविधा मिलेगी। आने वाले समय में, यह संभव है कि यह सुविधा ग्रुप इंश्योरेंस और कॉर्पोरेट पॉलिसियों में भी लागू की जाए।
तो अगर आप भी नई बीमा पॉलिसी खरीदने की सोच रहे हैं, तो 1 मार्च के बाद आपको एक नए और सुरक्षित भुगतान विकल्प का लाभ मिलेगा!
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