इजराइल-ईरान तनाव से क्रिप्टो इन्वेस्टर्स में घबराहट! Bitcoin में 4% की तेज़ गिरावट, Ethereum में भी सेलिंग प्रेशर

India Briefs Team
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इजराइल-ईरान अटैक से Bitcoin में भारी गिरावट

इजराइल-ईरान तनाव का क्रिप्टोकरेंसी पर असर: Bitcoin में 4% और Ethereum में 9% की बड़ी गिरावट

नई दिल्ली – इजराइल और ईरान के बीच गहराते सैन्य तनाव का असर अब वैश्विक आर्थिक बाजारों पर भी साफ तौर पर दिखाई दे रहा है। खासकर क्रिप्टोकरेंसी बाजार में शुक्रवार को ज़बरदस्त गिरावट देखी गई है। दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin 4% से अधिक टूट चुकी है, जबकि Ethereum में 9% तक की गिरावट दर्ज की गई है। इस गिरावट के पीछे सबसे बड़ा कारण माना जा रहा है इजराइल की ओर से ईरान के परमाणु और मिलिट्री ठिकानों पर किया गया ताज़ा एयर स्ट्राइक।

कितनी गिरी क्रिप्टोकरेंसी?

शुक्रवार सुबह करीब 10:45 बजे Bitcoin की कीमत 3% गिरकर $104,458 तक आ गई, जबकि बीते 24 घंटों में यह कुल 4.1% तक टूट चुका था। दूसरी ओर, Ethereum की कीमत में भी जबरदस्त गिरावट देखी गई और यह $2,512 तक लुढ़क गया, जो कि करीब 9.3% की गिरावट है।

क्रिप्टो निवेशकों के बीच गहरी अनिश्चितता और घबराहट का माहौल है, जिससे बाजार में सेलिंग प्रेशर और तेज़ हो गया है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि इस गिरावट की मुख्य वजह मध्य पूर्व में युद्ध जैसे हालात हैं, जो निवेशकों को जोखिम वाली संपत्तियों से दूर रहने पर मजबूर कर रही है।

क्या हुआ इजराइल-ईरान के बीच?

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इजराइल ने एक बड़ी एयर स्ट्राइक के जरिए ईरान के कई परमाणु और मिलिट्री ठिकानों को निशाना बनाया। इस हमले में ईरान रिवॉल्यूशनरी गार्ड के वरिष्ठ कमांडर हुसैन सलामी के मारे जाने की पुष्टि हुई है। इसके अलावा, कई परमाणु वैज्ञानिकों की मौत की भी खबर है।

इजराइल ने इस अटैक के बाद पूरे देश में इमरजेंसी लागू कर दी है और नागरिकों को सतर्क रहने की सलाह दी है। वहीं, जवाबी कार्रवाई में ईरान ने इजराइल पर 100 से अधिक ड्रोन से हमला किया है, जिससे पूरे मिडल ईस्ट में तनाव चरम पर पहुंच गया है।


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अमेरिका-ईरान परमाणु वार्ता पर भी पड़ा असर

इस हमले ने अमेरिका और ईरान के बीच चल रही परमाणु डील वार्ता पर भी पानी फेर दिया है। दोनों देशों के बीच पहले ही 6 राउंड की बैठक हो चुकी थी लेकिन अब हालात और ज़्यादा बिगड़ गए हैं। कूटनीतिक संबंध और वार्ताएं जहां ठप हो चुकी हैं, वहीं वैश्विक निवेशक किसी भी जोखिम से बचने के लिए सेफ-हेवन एसेट्स की ओर रुख कर रहे हैं, जिससे क्रिप्टो बाजार दबाव में आ गया है।

निवेशकों को क्या करना चाहिए?

विशेषज्ञों का मानना है कि मौजूदा हालात में क्रिप्टो मार्केट में अनिश्चितता बनी रहेगी। ऐसे में अल्पकालिक निवेशकों को सतर्क रहना चाहिए और लॉन्ग टर्म निवेशकों को डॉलर-कॉस्ट एवरेजिंग जैसी रणनीतियों पर ध्यान देना चाहिए।

इसके साथ ही यह सलाह दी जा रही है कि निवेशक जियोपॉलिटिकल घटनाओं पर नज़र रखें और जल्दबाज़ी में किसी प्रकार का बड़ा निर्णय न लें।

इजराइल और ईरान के बीच चल रहे युद्ध जैसे हालात का सीधा असर वैश्विक अर्थव्यवस्था पर देखने को मिल रहा है। क्रिप्टोकरेंसी जैसे अस्थिर निवेश माध्यम सबसे पहले प्रभावित हुए हैं। आने वाले दिनों में अगर तनाव और बढ़ा, तो निवेशकों को और बड़े झटकों के लिए तैयार रहना होगा।


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