
दिल्ली की राजनीति में एक नया अध्याय जुड़ने जा रहा है। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने पहली बार विधायक बनीं रेखा गुप्ता को दिल्ली की मुख्यमंत्री पद के लिए चुना है। उनकी ताजपोशी के साथ ही बीजेपी 27 साल बाद दिल्ली की सत्ता में वापसी कर रही है। रेखा गुप्ता कल यानी गुरुवार को रामलीला मैदान में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगी।

दिल्ली की नई मुख्यमंत्री की घोषणा
बीजेपी की ओर से मुख्यमंत्री पद के लिए नाम तय करने की कवायद 8 फरवरी के चुनाव परिणामों के बाद से चल रही थी। पार्टी ने कई बड़े नामों पर मंथन किया, लेकिन अंततः शालीमार बाग से निर्वाचित पहली बार की विधायक रेखा गुप्ता को इस पद के लिए चुना गया। बीजेपी के पर्यवेक्षकों रविशंकर प्रसाद और ओम प्रकाश धनखड़ की मौजूदगी में हुए पार्टी की विधायकों की बैठक में यह निर्णय लिया गया।
#WATCH | BJP MLAs and party leaders congratulate Rekha Gupta as she is set to become the new Chief Minister of Delhi pic.twitter.com/1nzwZdOMdz
— ANI (@ANI) February 19, 2025
बीजेपी नेता बांसुरी स्वराज ने रेखा गुप्ता को बधाई देते हुए कहा, “रेखा गुप्ता को दिल्ली का मुख्यमंत्री नियुक्त किए जाने पर मैं उन्हें बधाई देती हूं। मुझे पूरा विश्वास है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में वे दिल्ली के विकास की एक नई गाथा लिखेंगी।”
कौन हैं रेखा गुप्ता?
रेखा गुप्ता दिल्ली की राजनीति का जाना-पहचाना नाम हैं, हालांकि वे पहली बार विधायक बनी हैं। इससे पहले वे तीन बार पार्षद रह चुकी हैं और दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (DUSU) की अध्यक्ष भी रही हैं।
रेखा गुप्ता ने अपनी राजनीतिक यात्रा की शुरुआत 1992 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के सदस्य के रूप में की थी। 1996-97 में उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (DUSU) की अध्यक्ष का पद संभाला और छात्र हितों के मुद्दों को जोर-शोर से उठाया।
2007 में वे उत्तरी पीतमपुरा से पार्षद चुनी गईं। इस दौरान उन्होंने अपने वार्ड में लाइब्रेरी, पार्क और स्विमिंग पूल जैसी सार्वजनिक सुविधाओं को बेहतर बनाने का काम किया। इसके बाद 2012 में फिर से पार्षद चुनी गईं और बाद में दक्षिणी दिल्ली नगर निगम (SDMC) की मेयर बनीं। इस दौरान उन्होंने प्रशासनिक स्तर पर भी काफी अनुभव हासिल किया।







बीजेपी ने रेखा गुप्ता को क्यों चुना?
बीजेपी ने दिल्ली की सत्ता में वापसी के लिए एक सशक्त और अनुभवी महिला चेहरे की तलाश की थी। पार्टी ने अनुभवी नेताओं की जगह एक नए चेहरे को मौका देकर महिलाओं और युवा मतदाताओं को साधने की रणनीति अपनाई है। रेखा गुप्ता ने “काम ही पहचान” (मेरे काम मेरी पहचान है) को अपना चुनावी नारा बनाया था, जिससे वे दिल्ली में बीजेपी की नीतियों का चेहरा बन सकें।
बीजेपी के वरिष्ठ नेता मानते हैं कि रेखा गुप्ता न केवल संगठन में मजबूत पकड़ रखती हैं, बल्कि वे महिलाओं और युवाओं के बीच भी अच्छी पैठ बना सकती हैं। उनके नेतृत्व में पार्टी दिल्ली में अपनी साख और पकड़ मजबूत करना चाहती है।
#WATCH | Sweets being distributed outside the BJP Delhi office as Rekha Gupta is set to become Chief Minister of Delhi pic.twitter.com/bXax7SUMg3
— ANI (@ANI) February 19, 2025
दिल्ली में 27 साल बाद बीजेपी की वापसी
दिल्ली विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 70 में से 48 सीटें जीतकर बहुमत हासिल किया। इससे पहले 1998 में बीजेपी दिल्ली में सत्ता में थी, लेकिन तब से लगातार कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (AAP) को दिल्ली की सत्ता सौंपनी पड़ी।
इस बार के चुनाव में बीजेपी ने खासतौर पर भ्रष्टाचार, महिला सुरक्षा, और विकास को मुद्दा बनाया था। पार्टी का मुख्य प्रचार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में दिल्ली के पूर्ण विकास का वादा था।

रेखा गुप्ता की प्राथमिकताएँ क्या होंगी?
दिल्ली की नई मुख्यमंत्री बनने के बाद रेखा गुप्ता के सामने कई चुनौतियाँ होंगी, जिनका समाधान निकालना उनकी प्राथमिकता होगी।
- महिला सुरक्षा पर विशेष ध्यान
दिल्ली में महिलाओं की सुरक्षा हमेशा से एक बड़ा मुद्दा रहा है। मुख्यमंत्री बनने के बाद रेखा गुप्ता महिलाओं की सुरक्षा को लेकर सख्त कदम उठा सकती हैं। महिलाओं के लिए विशेष हेल्पलाइन, अधिक पुलिस गश्त, और सुरक्षित परिवहन सेवाएँ उनकी प्राथमिकताओं में शामिल हो सकती हैं। - स्वच्छ और हरा-भरा दिल्ली अभियान
दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को नियंत्रित करना भी एक बड़ी चुनौती होगी। आम आदमी पार्टी की सरकार के दौरान पर्यावरण को लेकर कई योजनाएँ चलाई गई थीं, जिनमें ‘रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ’ और ‘पराली प्रबंधन’ जैसी योजनाएँ शामिल थीं। अब देखना होगा कि रेखा गुप्ता इस दिशा में क्या कदम उठाती हैं। - युवाओं और छात्रों के लिए नए अवसर
खुद छात्र राजनीति से आई रेखा गुप्ता दिल्ली के युवाओं के लिए रोजगार और शिक्षा के क्षेत्र में नई पहल शुरू कर सकती हैं। दिल्ली के सरकारी स्कूलों और कॉलेजों में शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने पर वे विशेष ध्यान देंगी। - अवैध कॉलोनियों और झुग्गी-झोपड़ी क्षेत्रों का विकास
दिल्ली में बड़ी संख्या में अवैध कॉलोनियाँ हैं, जिनमें बुनियादी सुविधाओं की कमी है। बीजेपी पहले ही झुग्गी-झोपड़ी पुनर्वास योजना को लेकर अभियान चला रही थी, अब रेखा गुप्ता इस पर तेजी से काम कर सकती हैं। - स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार
आम आदमी पार्टी की सरकार ने मोहल्ला क्लीनिक जैसी योजनाओं को लागू किया था। बीजेपी सरकार इन्हें और बेहतर बनाकर दिल्ली के लोगों को स्वास्थ्य सेवाओं में राहत देने की दिशा में काम कर सकती है।
शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियाँ
रेखा गुप्ता का शपथ ग्रहण समारोह गुरुवार को ऐतिहासिक रामलीला मैदान में होगा। इस भव्य आयोजन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, बीजेपी अध्यक्ष जे.पी. नड्डा सहित कई वरिष्ठ नेता शामिल होंगे।
दिल्ली की जनता और बीजेपी कार्यकर्ताओं में जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है। कार्यकर्ताओं ने राजधानी के कई हिस्सों में पोस्टर और बैनर लगा दिए हैं, जिन पर लिखा गया है – “दिल्ली को मिली विकास की नई दिशा, रेखा गुप्ता के नेतृत्व में बढ़ेगा विश्वास”
आप पार्टी की प्रतिक्रिया
आप पार्टी के वरिष्ठ नेता गोपाल राय ने भी रेखा गुप्ता को बधाई दी। उन्होंने कहा, “दिल्ली के लोगों का इंतजार आज खत्म हुआ। मैं दिल्ली की नई मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता को बधाई देता हूं।”
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