
दिल्ली को 2025 के विधानसभा चुनावों के 11 दिन बाद उसका नया मुख्यमंत्री मिल गया है। भाजपा विधायक दल की बैठक में सर्वसम्मति से रेखा गुप्ता को नेता चुना गया, जिनका नाम पहले से ही सबसे प्रबल दावेदारों में शामिल था। उनके समर्थकों में इस फैसले के बाद जबरदस्त उत्साह देखा गया। पहली बार विधायक बनीं रेखा गुप्ता के मुख्यमंत्री बनने से न केवल राजनीति में एक नया अध्याय जुड़ा, बल्कि दिल्ली को उसकी चौथी महिला मुख्यमंत्री भी मिल गई।
रेखा गुप्ता का प्रारंभिक जीवन और शिक्षा
रेखा गुप्ता का जन्म 1974 में हरियाणा के जींद जिले के नंदगढ़ गांव में हुआ था। उनके पिता जय भगवान जिंदल भारतीय स्टेट बैंक में कार्यरत थे, जिसकी वजह से उनका परिवार 1976 में दिल्ली शिफ्ट हो गया। उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के दौलत राम कॉलेज से शिक्षा प्राप्त की और छात्र राजनीति में कदम रखा। अपने राजनीतिक सफर के दौरान उन्होंने 2022 में चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ से विधि स्नातक (LLB) की डिग्री भी हासिल की।
राजनीतिक सफर: छात्र संघ से मुख्यमंत्री तक
रेखा गुप्ता की राजनीति में एंट्री अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) से हुई। 1992 में इस संगठन से जुड़ने के बाद उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (DUSU) में सक्रिय भागीदारी निभाई।
मुख्य उपलब्धियां:
1994-95: दौलत राम कॉलेज की सेक्रेटरी बनीं।
1995-96: डूसू की सेक्रेटरी बनीं।
1996-97: दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (DUSU) की अध्यक्ष बनीं।
2002: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हुईं।
2003-04: भाजयुमो दिल्ली की सचिव बनीं।
2004-06: भाजयुमो की राष्ट्रीय सचिव बनीं।
2007: उत्तरी पीतमपुरा से पार्षद बनीं।
2010: भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य बनीं।
2025: शालीमार बाग से विधायक चुनी गईं और मुख्यमंत्री बनीं।
विधानसभा चुनाव 2025: पहली बार विधायक बनते ही मुख्यमंत्री
2025 के विधानसभा चुनावों में भाजपा ने 70 में से 48 सीटों पर जीत दर्ज की, जिससे आम आदमी पार्टी का 10 साल पुराना शासन समाप्त हो गया। शालीमार बाग सीट से चुनाव लड़ रहीं रेखा गुप्ता ने आप उम्मीदवार वंदना कुमारी को 29,000 से अधिक वोटों से हराया। भाजपा के वरिष्ठ नेताओं विजेंद्र गुप्ता, प्रवेश वर्मा और सतीश उपाध्याय ने उन्हें विधायक दल का नेता चुनने का प्रस्ताव रखा, जिसे सर्वसम्मति से स्वीकार कर लिया गया।
रेखा गुप्ता मदन लाल खुराना, साहिब सिंह वर्मा और सुषमा स्वराज के बाद दिल्ली की चौथी भाजपा मुख्यमंत्री बनीं। उनके नाम की घोषणा होते ही पार्टी कार्यालय और उनके आवास पर जश्न का माहौल बन गया।









रेखा गुप्ता का पारिवारिक जीवन
रेखा गुप्ता की शादी दिल्ली के व्यवसायी मनीष गुप्ता से हुई है। मनीष गुप्ता स्पेयर पार्ट्स और बीमा के व्यवसाय से जुड़े हैं। उन्होंने राजनीति में हमेशा अपनी पत्नी का समर्थन किया है। उनके दो बच्चे हैं:
बेटी हर्षिता – पिता के व्यवसाय में सहयोग करती हैं।
बेटा निकुंज – अभी अपनी पढ़ाई पूरी कर रहा है।
रेखा गुप्ता के सामने मुख्य चुनौतियाँ
दिल्ली की मुख्यमंत्री बनने के बाद रेखा गुप्ता के सामने कई बड़ी चुनौतियाँ हैं, जिनमें शामिल हैं:
✔ वायु और जल प्रदूषण नियंत्रण
✔ बिजली और पानी की आपूर्ति में सुधार
✔ यातायात और परिवहन व्यवस्था को सुचारु बनाना
✔ शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं को मजबूत करना
✔ दिल्ली की आर्थिक वृद्धि और व्यापार को बढ़ावा देना
राजनीति में महिलाओं के लिए प्रेरणा
रेखा गुप्ता की सफलता भारतीय राजनीति में महिलाओं की बढ़ती भूमिका को दर्शाती है। शीला दीक्षित, सुषमा स्वराज और आतिशी के बाद दिल्ली की चौथी महिला मुख्यमंत्री बनने के साथ-साथ, वे वर्तमान में भाजपा द्वारा शासित किसी भी राज्य की एकमात्र महिला मुख्यमंत्री भी हैं। उनका सफर युवाओं, खासकर महिलाओं के लिए एक प्रेरणा है कि मेहनत और दृढ़ संकल्प से राजनीति में सफलता हासिल की जा सकती है। अब यह देखने वाली बात होगी कि वे अपने कार्यकाल में दिल्ली को किन ऊंचाइयों तक ले जाती हैं।
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